तुलसी(पौधा) पूर्व जन्म मे एक लड़की थी जिस का नाम वृंदा था, राक्षस कुल में उसका जन्म हुआ था बचपन से ही भगवान विष्णु की भक्त थी.बड़े ही प्रेम से भगवान की सेवा, पूजा किया करती थी.जब वह बड़ी हुई तो उनका विवाह राक्षस कुल में दानव राज जलंधर से हो गया। जलंधर समुद्र से उत्पन्न हुआ था. वृंदा बड़ी ही पतिव्रता स्त्री थी सदा अपने पति की सेवा किया करती थी. एक बार देवताओ और दानवों में युद्ध हुआ जब जलंधर युद्ध पर जाने लगे तो वृंदा ने कहा``` - स्वामी आप युद्ध पर जा रहे है आप जब तक युद्ध में रहेगे में पूजा में बैठ कर``` आपकी जीत के लिये अनुष्ठान करुगी,और जब तक…
*"भविष्य पुराण "में इस्लाम (मुसलमानों) के बारे में "मोहम्मद "के "जन्म " से भी "5 हज़ार वर्ष "पहले ही श्री वेद व्यास जी ने लिख दिया है!* *"लिंड्गच्छेदी शिखाहीनः श्मश्रुधारी सदूषकः !"* *"उच्चालापी सर्वभक्षी भविष्यति जनोमम !! 25 !!"* *"विना कौलं च पश्वस्तेषां भक्ष्यामतामम !"* *"मुसलेनैव संस्कारः कुशैरिव भविष्यति !! 26 !!"* *"तस्मान्मुसलवन्तो हि जातयो धर्मदूषकाः !"* *"इति पैशाचधर्मश्च भविष्यति मया कृतः !! 27 !!"* *(भविष्य पुराण पर्व 3, खण्ड 3, अध्य…
मेरे आर्यसमाज मे होने के बाद हुए फायदों की लिस्ट- एक बार जरुर पढ़े,सारे भ्रम दुर हो जायेगा, आत्मबल बढ़ेगा 1- किसी भूत, प्रेत, चुड़ैल, डाकिनी, भटकती आत्मा, पीपल, बरगद से अब डर नहीं लगता। 2- जादू टोने टोटके किया कराया का डर ख़त्म हो गया है। 3- बिल्ली या नेवले के रास्ता काट जाने पर रास्ता बदलना नहीं पड़ता। 4- घर से निकलते ही छींक आने पर या खाली बाल्टी देख कर वापस नहीं लौटना पड़ता। 5- राहू केतु शनि की साढ़े साती के नाम पर कोई मुझे लूट नहीं सकता। 6- हर दुसरे तीसरे दिन व्रत-त्यौहार के नाम पर भूखों मरना नहीं पड़ता। मेरी श्रीमती जी तो इससे विशेष सुखी…
आपको पहले ये बता दे कि हमारे सनातन संस्कृति परम्परा के गुरुकुल मे क्या क्या पढाई होती थी ! आर्यावर्त के गुरुकुल के बाद ऋषिकुल में क्या पढ़ाई होती थी ये जान लेना आवश्यक है । इस शिक्षा को लेकर अपने विचारों में परिवर्तन लायें और प्रचलित भ्रांतियां दूर करें ! 01 अग्नि विद्या (Metallurgy) 02 वायु विद्या (Flight) 03 जल विद्या (Navigation) 04 अंतरिक्ष विद्या (Space Science) 05 पृथ्वी विद्या (Environment) 06 सूर्य विद्या (Solar Study) 07 चन्द्र व लोक विद्या (Lunar Study) 08 मेघ विद्या (Weather Forecast) 09 पदार्थ विद्युत विद्या (Battery) 10 सौर …
कैबिनेट ने नई शिक्षा नीति (New Education Policy 2020) को हरी झंडी दे दी है. 34 साल बाद शिक्षा नीति में बदलाव किया गया है. नई शिक्षा नीति की उल्लेखनीय बातें सरल तरीके की इस प्रकार हैं: *5 Years Fundamental* 1. Nursery @4 Years 2. Jr KG @5 Years 3. Sr KG @6 Years 4. Std 1st @7 Years 5. Std 2nd @8 Years *3 Years Preparatory* 6. Std 3rd @9 Years 7. Std 4th @10 Years 8. Std 5th @11 Years *3 Years Middle* 9. Std 6th @12 Years 10.Std 7th @13 Years 11.Std 8th @14 Years *4 Years Secondary…
नाक का एक रोग है। आयुर्वेद में इसे प्रतिश्याय नाम से जाना जाता है। सर्दी के मौसम में नाक बंद होना, सिर में दर्द होना, आधे सिर में बहुत तेज दर्द होना, नाक से पानी गिरना इस रोग के लक्षण हैं। इसमें रोगी को हल्का बुखार, आंखों में पलकों के ऊपर या दोनों किनारों पर दर्द रहता है। तनाव, निराशा के साथ ही चेहरे पर सूजन आ जाती है। इसके मरीज की नाक और गले में कफ जमता रहता है। इस रोग से ग्रसित व्यक्ति धूल और धुवां बर्दाश्त नहीं कर सकता। साइनस ही आगे चलकर अस्थमा, दमा जैसी गंभीर बीमारियों में भी बदल सकता है। इससे गंभीर संक्रमण हो सकता है। *क्या होता है साइनस…
1: Number of Bones 206 2: Number of Muscles 639 3: Number of Kidneys 2 4: Number of Milk Teeth 20 5: Number of Ribs 24 (12 pair) 6: Number of Heart Chamber 4 7: Largest artery Aorta 8: Normal blood pressure 120/80mmHg 9: Ph of Blood 7.4 10: Number of vertebrae in the Spine 33 11: Number of vertebrae in the Neck 7 12: Number of Bones in Middle Ear 6 13: Number of Bones in Face 14 14: Number of Bones in Skull 22 15: Number of Bones in Chest 25 16: Number of Bones in Arms 6 17: Number of Muscles in Human Arm 72 18: Number of Pumps in Heart 2 19:…
नाक का एक रोग है। आयुर्वेद में इसे प्रतिश्याय नाम से जाना जाता है। सर्दी के मौसम में नाक बंद होना, सिर में दर्द होना, आधे सिर में बहुत तेज दर्द होना, नाक से पानी गिरना इस रोग के लक्षण हैं। इसमें रोगी को हल्का बुखार, आंखों में पलकों के ऊपर या दोनों किनारों पर दर्द रहता है। तनाव, निराशा के साथ ही चेहरे पर सूजन आ जाती है। इसके मरीज की नाक और गले में कफ जमता रहता है। इस रोग से ग्रसित व्यक्ति धूल और धुवां बर्दाश्त नहीं कर सकता। साइनस ही आगे चलकर अस्थमा, दमा जैसी गंभीर बीमारियों में भी बदल सकता है। इससे गंभीर संक्रमण हो सकता है। *क्या होता है साइनस…
*👉🏻(कब्ज) (वायुविकार, अजीर्ण) हमारे द्वारा भोजन ग्रहण करने के बाद उसका पाचन संस्थान द्वारा पाचन होता है। मुँह में ग्रास के चबाने के साथ ही पाचन क्रिया की शुरूआत हो जाती है। उसके बाद ग्रास नली द्वारा आमाशय में पहुँच कर भोजन के पचने की क्रिया आरंभ होती है। अगर इस प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की रुकावट होती है। तो फिर भोजन सही ढंग से नहीं पचता तथा अपच होती है और फिर कब्ज होती है। सही ढंग से मल का न निकलता ‘कब्ज़' कहलाता है यह रोग अधिक तनाव के कारण भी होता है। देर रात तक जागने, भोजन कम करने या ज्यादा तला भुना या चिकना भोजन करने से या किसी बि…
■ किन लोगों को होती है ब्लाकेज की परेशानी वेन ब्लॉकेज की परेशानी तब होती है जब खून संचारित होकर दिल तक नहीं पहुंचता जो बाद में गांठों और गुच्छे के रूप में हमारे सामने आता है। यह परेशानी उन लोगों को होती हैं जो लगातार कई घटों रोजाना एक ही पोस्चर में बैठकर काम करते हैं। वैरिकॉज की परेशानी पैरों की धमनियों में अधिक होती हैं क्योंकि यहां खून के प्रवाह का भार अधिक होता है। ■ आहार जो करते हैं धमनियों की नैचुरल सफाई मेडिटेरेनियन डाइट प्लान जिसमें कम मात्रा में कोलेस्ट्रॉल हो लेकिन फाइबर की मात्रा भरपूर हो। शुगर व नमक का कम सेवन करें और मक्खन की जगह आ…
*👩🏻1⃣👉🏿ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करना हो, कलेस्ट्रॉल लेवल कम करना हो, वजन घटाना हो, पाचन से जुड़ी दिक्कतें दूर करनी हो, इन सारी समस्याओं का अगर कोई एक इलाज है तो वो है मेथी दाना के फायदे जानेंगे तो आप भी रोज करेंगे इसका सेवन।* *🌺2⃣👉🏿कहते हैं ना कि हर वो चीज जिसका स्वाद थोड़ा सा कड़वा होता है और जीभ को पसंद नहीं आता वो हमारी सेहत के लिए बेहद फायेदमंद होती है। जैसे- करेला, नीम, आदि। इन्हीं में से एक मेथी दाना। मेथी हर घर में बड़ी आसानी से मिलने वाला मसाला है जिसका इस्तेमाल खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है। लेकिन आपको बता दें कि मेथी…
नारंगी डंडी वाले सफेद खूबसूरत और महकते हरसिंगार के फूलों को आपने जरूर देखा होगा। लेकिन क्या आपने कभी हरसिंगार की पत्तियों से बनी चाय पी है? या फिर इसके फूल, बीज या छाल का प्रयोग स्वास्थ्य एवं सौंदर्य उपचार के लिए क्या है? आप नहीं जानते तो, जरूर जान लीजिए इसके चमत्कारी औषधीय गुणों के बारे में। इसे जानने के बाद आप हैरान हो जाएंगे... हरसिंगार के फूलों से लेकर पत्तियां, छाल एवं बीज भी बेहद उपयोगी हैं। इसकी चाय, न केवल स्वाद में बेहतरीन होती है बल्कि सेहत के गुणों से भी भरपूर है। इस चाय को आप अलग-अलग तरीकों से बना सकते हैं और सेहत व सौंदर्य के क…
कुछ सूत्र जो याद रखे एक साथ नहीं खानी चाहिए चाय के साथ कोई भी नमकीन चीज नहीं खानी चाहिए। दूध और नमक, दूध और मछली , का संयोग सफ़ेद दाग ( ल्युकोर्डमा ) या किसी भी स्किन डीजीज को जन्म दे सकता है । बाल असमय सफ़ेद होना या बाल झड़ना भी स्किन डीजीज ही है। सर्व प्रथम यह जान लीजिये कि कोई भी आयुर्वेदिक दवा खाली पेट खाई जाती है और दवा खाने से आधे घंटे के अंदर कुछ खाना अति आवश्यक होता है, नहीं तो दवा की गरमी आपको बेचैन कर देगी। दूध या दूध की बनी किसी भी चीज के साथ दही ,नमक, इमली, खरबूजा,बेल, नारियल, मूली, तोरई,तिल ,तेल, कुल्थी, सत्तू, खटाई, नहीं खानी …
*1️⃣वेट लॉस में मददगार* संतरे में कैलोरी की मात्रा बहुत कम होती है जो वेट लॉस का सबसे बढ़िया विकल्प है। साथ ही इसमें फाइबर की मात्रा बहुत ज्यादा होती है जो आपकी भूख को कंट्रोल करता है। संतरे की तरह इसके छिलकों में भी विटामिन सी भरपूर होता है जो फैट बर्न करने में मदद करने के लिए जाना जाता है। संतरे के छिलके आपके मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने और आपके शरीर से फैट को बर्न करने में मदद करते हैं। कई मेडिकल एक्सपर्ट वजन कम करने के लिए संतरे के छिलके को एक इलाज के रूप में लेने की सलाह देते हैं। *2️⃣हैंगओवर का इलाज करें* संतरे का छिलका उन अच्छी चीजों में स…
पैरों में दर्द उंगलियों, तलवों और टखने या पिंडियों पर किसी भी जगह हो सकता है और इस दर्द के कई कारण हो सकते हैं। – उम्र का बढ़ना – ज़्यादा देर तक चलना और घूमना-फिरना – लम्बे समय तक खड़े रहकर काम करना – शरीर में पोषक तत्वों की कमी – शुगर यानि डायबिटीज रोग होना या अन्य स्वास्थ्य समस्या होना – खिलाड़ियों और जिम में कसरत करने वालों को भी दर्द होता है सर्वाइकल प्रॉब्लम होने से भी गर्दन, हाथों और कंधों में दर्द और सुन्न होना जैसी शिकायत होती है। स्लिप डिस्क प्रॉब्लम से कुल्हों और पैरों में दर्द होने लगता है जिससे उठते बैठने और चलने में काफी परेशानी होती…
समय रहते जान जाइये वरना बुढापा एक खाट पर सिमट कर रह जाएगा, कैल्शियम की कमी मेरे माध्यम से सिर्फ 2.50₹ में, विटामिन डी-3 युक्त एवं सोडियम मुक्त, रोज़ाना लेकर दूर कर सकते हैं.! शरीर के लिए जरूरी पोषक तत्वों में एक कैल्शियम भी है जो शरीर के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। हड्डियों को और दांतो की मजबूती के लिए कैल्शियम जरूरी पोषक तत्व है। हर किसी को एक दिनभर में कैल्शियम की एक निश्चित मात्रा की जरूरत होती है। एक स्वस्थ्य मनुष्य को दिन भर में 1000 से 1200 मिली ग्राम कैल्शियम की आवश्यकता होती है। वहीं गर्भवती महिलाओं को पूरे दिन में 1200 से 13…
बाड़ करेला (Kantola ककोड़े यानी मीठा करेला) को उगाएं प्रयोग करें स्वयं स्वस्थ हों और दूसरों तक भी इसका लाभ पहुंचाएं आजकल के दौर में जंक फूड का इतना क्रेज बढ़ चुका है कि लोग अपने शरीर को जरूरी ताकत देनी वाली सब्जी, दाल का सेवन कम ही करते हैं. लेकिन, बहुत कम लोग जानते हैं कि कुछ सबज्यिां ऐसी होती हैं, जिन्हें कुछ दिन खाने पर ही इसका फायदा मिल जाता है. ऐसी ही एक सब्जी है कंटोला. यह दुनिया की सबसे ताकतवर सब्जी है. इसे औषधि के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है. इस सब्जी में इतनी ताकत होती है कि महज कुछ दिन के सेवन से ही आपका शरीर तंदुरुस्त बन जाता ह…
*1. पेट की गैस:* लगभग 30 से 40 ग्राम काली द्राक्ष को रात को ठण्डे पानी में भिगोकर सुबह के समय मसलकर छान लें। थोडे दिनों तक इस पानी को पीने से कब्ज (पेट की गैस) खत्म हो जाती है। *2. मूत्राशय की पथरी :* कालीद्राक्ष का काढ़ा बनाकर पीने से मूत्रकृच्छ (पेशाब की जलन) का रोग खत्म होता है। इसका सेवन मूत्राशय की पथरी में लाभकारी होता है। *3. खांसी :* बीज निकाली हुई द्राक्ष, शहद को एक साथ चाटने से क्षत कास (फेफड़ों में घाव उत्पन्न होने के कारण होने वाली खांसी) में लाभ होता है। *4. बलवर्द्धक :* 20 ग्राम बीज निकाली हुई द्राक्ष को खाकर ऊपर से आधा किलो दूध…
*अ - दो चीजें चैक करते रहो -* (1) अपना बी० पी० (ब्लड प्रेशर) (2) अपना ब्लड शुगर लेवल। *ब - अपने भोजन में 3 चीजें कम करें -* (1) नमक (2) चीनी (3) स्टार्च वाली वस्तुएं। *स - अपने भोजन में 4 चीजें बढ़ायें*- (1) हरी सब्जियां (2) बीन्स (3) फल (4) सूखे मेवे (प्रोटीन)। *द - तीन बातों को भूलने की आवश्यकता -* (1) अपनी उम्र (2) अपना भूतकाल (3) अपनी इच्छाएं। *य - आपके पास 4 चीजें होनी चाहिए। यह मायने नहीं रखता है कि आप कमजोर हैं या मजबूत -* (1) मित्र, जो आपसे वास्तविक प्यार करें (2) आपकी फिक्र (care) करने वाला परिवार (3) सकारात्मक सोच (4) घर में …
आंबा हल्दी के पेड़ भी हल्दी की ही तरह होते हैं। ●● अंतर ●● ◆ आंबा हल्दी के पत्ते लम्बे तथा नुकीले, गांठ बड़ी और भीतर से लाल तथा इसमें सिकुड़न और झुर्रियां नही होती। ◆ हल्दी की गांठ छोटी और पीली होती है। *अन्य भाषाओं मे नाम* आम्रगन्धा, सुरभीदारू, दारू, कर्पूरा, पदमपत्र, कपूर हल्दी, आंबिया हल्दी, आमआदा, आबे हल्द, आंबा हल्दर, पालुपसुप, मैंगों जिंजर और करक्यूमा एरोमोटिका ●● रंग ●● लालिमा लिए हुए पीली रंग की ●● स्वाद ●● कड़वी और तेज ●● स्वरूप ●● एक पेड़ की जड़ जो मिट्टी में उगती है ●● स्वभाव ●● तासीर गरम ●● हानि ●● अधिक मात्रा में सेवन हृदय के लिए हानिका…
बोर्नविटा , होर्लिक्स के विज्ञापनों के चलते माताओं के मन में यह बैठ जाता है की बच्चों को ये सब डाल के दो कप दूध पिला दिया बस हो गया . चाहे बच्चे दूध पसंद करे ना करे , उलटी करे , वे किसी तरह ये पिला के ही दम लेती है . फिर भी बच्चों में केशियम की कमी , लम्बाई ना बढना , इत्यादि समस्याएँ देखने में आती है .आयुर्वेद के अनुसार दूध पिने के कुछ नियम है। 👉 सुबह सिर्फ काढ़े के साथ दूध लिया जा सकता है । 👉 दोपहर में छाछ पीना चाहिए . दही की प्रकृति गर्म होती है ; जबकि छाछ की ठंडी। 👉 रात में दूध पीना चाहिए पर बिना शकर के ; हो सके तो गाय का घी १- २ चम्मच ड…
आंवला को आयुर्वेद में अमृतफल या धात्रीफल कहा गया है। वैदिक काल से ही आंवला (phyllanthus emblica) का प्रयोग औषधि के रूप में किया जा रहा है। आँवला एक फल देने वाला वृक्ष है। आंवला का प्रयोग कई तरह से किया जाता है, जैसे- आंवला जूस, आंवला पाउडर , आंवला अचार आदि। आंवला में प्रचुर मात्रा में विटामिन, मिनरल, और न्यूट्रिएन्ट्स होते हैं, जो आंवला को अनमोल गुणों वाला बनाते हैं। 🍈🍈आंवला के फायदे - 🍈🍈 🍈बालों की समस्या -🍈 बालों का झड़ना कम करता है - 🍈🍈 विटामिन सी की कमी बालों के झड़ने का एक मुख्य कारण है और आमला में विटामिन सी प्रचुर मात्रा में पाया…
भोजन में अनेक पोषक तत्व होते हैं जो शरीर का विकास करते हैं, उसे स्वस्थ रखते हैं और शक्ति प्रदान करते हैं। हमें अपने आहार में हीमोग्लोबिन बढ़ाने वाले फल एवं सब्जियों को शामिल करना चाहिए। हीमोग्लोबिन को बढ़ाने के लिए संतुलित आहार, व्यायाम, भोजन में हरी सब्जियां, दालें, अनार आदि फल लेना चाहिए। *हीमोग्लोबिन बढ़ाने वाले आहार के स्रोत* ●●● अमरूद अमरूद जितना ज्यादा पका हुआ होगा, उतना ही पौष्टिक होगा। पके अमरूद को खाने से शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी नहीं होती। इसलिए महिलाओं को और भी लाभदायक हो जाता है। ●●● आम आम खाने से हमारे शरीर में रक्त अधिक मात्रा…
*क्योंकि हम में से किसी के पास भी जीवन के बहुत ज़्यादा वर्ष शेष नहीं रहे हैं तथा जाते समय हम अपने साथ यहां से कुछ भी साथ नहीं ले जा पाएंगे, इसलिए अपने मन में ज़्यादा लालसा न रखें।* *जो खर्च आप कर सकते हैं, करें। जो आनंद आप ले सकते हैं, लें। आप में जो भी दान करने की क्षमता है, दान दें।* *आप इस बारे में चिंतित न हों कि हमारे जाने के बाद क्या होगा? क्योंकि जब हम राख में मिल जाएंगे तो हम प्रशंसा या निंदा का अनुभव नहीं कर पाएंगे। सांसारिक जीवन का आनंद लेने का समय तथा आपके द्वारा कड़ी मेहनत से कमाया हुआ धन, दोनों ही, किसी काम का नहीं रहेगा!* *अपने बच्…
*आयुर्वेद के अनुसार, अगर किसी चीज को रातभर भिगोकर रखा जाए और अगले दिन उसका सेवन किया जाए तो ज्यादा फायदेमंद होता है।* *जी हां,अंकुरित होने के बाद कुछ चीजों के पोषक तत्वों की अधिकता हो जाती है साथ ही इन्हें आसानी से पचाया भी जा सकता है। ताउम्र दवाइयों के सेवन से बचे रहना चाहते हैं तो* *आज हम आपको कुछ चीजों के बारे में बताएंगे जिन्हें भिगोकर ही खाना चाहिए।* *अलसी के बीज* *खसखस* *मुनक्का* *मेथी दाना* *अंकुरीत मुंग दाल* *सौंफ* *अंजीर* *बादाम* *अलसी के बीज* *यह ओमेगा- 3 फैटी के अलावा प्रोटीन, आयरन का भी अच्छा स्त्रोत हैं। इसको भिगोकर खाने से शरी…
बहुत से लोग मूली के पत्तों को तोड़कर बाहर फेंक देते हैं। मूली के पत्तों में बहुत पोषक तत्त्व पाए जाते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभकारी माने गए हैं। आओ जानते हैं:- 1- अगर आप मूली के पत्तों का सेवन करते हैं तो आपको आयरन, कैल्शियम, फोलिक एसिड, विटामिन सी और फॉस्फोरस आदि प्राप्त होता है। यह पोषक तत्त्व स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभकारी हैं। 2- मूली के पत्तों में सोडियम होता है, जो शरीर में नमक की कमी को पूरा करता है। लो ब्लडप्रेशर के मरीजों के लिए भी यह बेहद लाभकारी है। इसके अलावा इसमें मौजूद एंथेकाइनिन दिल के लिए फायदेमंद होता है। 3- मूली…
केले की अधिकता में दो छोटी इलायची ! आम पचाने के लिए आधा चम्म्च सोंठ का चूर्ण और गुड ! जामुन ज्यादा खा लिया तो 3-4 चुटकी नमक ! सेब ज्यादा हो जाए तो दालचीनी का चूर्ण एक ग्राम ! खरबूज के लिए आधा कप चीनी का शरबत ! तरबूज के लिए सिर्फ एक लौंग ! अमरूद के लिए सौंफ ! नींबू के लिए नमक ! बेर के लिए सिरका ! गन्ना ज्यादा चूस लिया हो तो 3-4 बेर खा लीजिये ! चावल ज्यादा खा लिया है तो आधाचम्म्च अजवाइन पानी से निगल लीजिये ! बैगन के लिए सरसो का तेल एक चम्म्च ! मूली ज्यादा खा ली हो तो एक चम्म्च काला तिल चबा लीजिये ! बेसन ज्यादा खाया हो तो मूली के पत्ते चबाएं ! खा…
भोजन में अनेक पोषक तत्व होते हैं जो शरीर का विकास करते हैं, उसे स्वस्थ रखते हैं और शक्ति प्रदान करते हैं। हमें अपने आहार में हीमोग्लोबिन बढ़ाने वाले फल एवं सब्जियों को शामिल करना चाहिए। हीमोग्लोबिन को बढ़ाने के लिए संतुलित आहार, व्यायाम, भोजन में हरी सब्जियां, दालें, अनार आदि फल लेना चाहिए। *हीमोग्लोबिन बढ़ाने वाले आहार के स्रोत* ●●● अमरूद अमरूद जितना ज्यादा पका हुआ होगा, उतना ही पौष्टिक होगा। पके अमरूद को खाने से शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी नहीं होती। इसलिए महिलाओं को और भी लाभदायक हो जाता है। ●●● आम आम खाने से हमारे शरीर में रक्त अधिक मात्रा…
1। एक महिला ने लिखा कि मेरे दादा का 87 साल की उम्र में निधन हो गया, पीठ में दर्द नहीं, जोड़ों का दर्द नहीं, सिरदर्द नहीं, दांतों का नुकसान नहीं। एक बार उन्होंने कहना शुरू किया कि उन्हें कलकत्ता में रहने पर एक बूढ़े व्यक्ति ने ,जो कि रेलवे लाइन पर पत्थर बिछाने का काम करता था,सलाह दी कि सोते समय अपने पैरों के तलवों पर तेल लगाये। यह मेरे उपचार और फिटनेस का एकमात्र स्रोत है। 2। एक छात्रा ने कहा कि मेरी मां ने उसी तरह तेल लगाने पर जोर दिया। फिर उसने कहा कि एक बच्चे के रूप में, उसकी दृष्टि कमजोर हो गई थी। जब उसने इस प्रक्रिया को जारी रखा, तो मेरी…
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