आंबा हल्दी के लाभ MANGO GINGER BENEFITS

आंबा हल्दी के पेड़ भी हल्दी की ही तरह होते हैं।
●● अंतर ●●
◆ आंबा हल्दी के पत्ते लम्बे तथा नुकीले, गांठ बड़ी और भीतर से लाल तथा इसमें सिकुड़न और झुर्रियां नही होती।
◆ हल्दी की गांठ छोटी और पीली होती है।

*अन्य भाषाओं मे नाम*
आम्रगन्धा, सुरभीदारू, दारू, कर्पूरा, पदमपत्र, कपूर हल्दी, आंबिया हल्दी, आमआदा, आबे हल्द, आंबा हल्दर, पालुपसुप, मैंगों जिंजर और करक्यूमा एरोमोटिका

●● रंग ●●
लालिमा लिए हुए पीली रंग की
●● स्वाद ●●
कड़वी और तेज
●● स्वरूप ●●
एक पेड़ की जड़ जो मिट्टी में उगती है
●● स्वभाव ●●
तासीर गरम
●● हानि ●●
अधिक मात्रा में सेवन हृदय के लिए हानिकारक
●● मात्रा ●●
सेवन 4 ग्राम की मात्रा तक ही
●● गुण ●●
यह वायु शांति कारक, पाचक, पथरी को तोड़ने वाली, पेशाब की रुकावट को खत्म करने वाली, घाव और चोट में लाभ करने वाली, मंजन करने से मुंह के रोगों को खत्म करती है।
खांसी, सांस और हिचकी में लाभकारी।

● अन्य रोगों में ●
●● सूजन पर ●●
आंबा हल्दी को ऐलोवेरा के गूदे पर डालकर कुछ गरम करके बांधने से सूजन दूर होती है तथा घाव को भरती है।

●शीतला (मसूरिका) ज्वर के निशान होने पर●
● आम्बा हल्दी, सरकण्डे की जड़ और जलाई हुई कौड़ी को कूटकर छान लें।
● फिर भैंस के दूध में मिलाकर रात के समय चेहरे पर लगाकर सो जायें।
पानी में भूसी को भिगो दें।
● सुबह और शाम उसी भूसी वाले पानी से मुंह को धोने से माता के दाग-धब्बे दूर हो जाएंगे।

●चोट लगने पर●
चोट सज्जी, अम्बा हल्दी 10-10 ग्राम को पानी में पीसकर कपड़े पर लगाकर चोट (मोच) वाले स्थान पर बांधें।
● आंबा हल्दी को पीसकर, गरम करके बांधने से चोट को ठीक करती है तथा सूजन दूर होती है।
◆पपड़िया कत्था 20 ग्राम
◆ अम्बा हल्दी 20 ग्राम
◆ कपूर, लौंग 3gm, को पानी में पीसकर चोटमोच पर लगाकर पट्टी बांध दें।

● अम्बाहल्दी, मुरमक्की, मेदा लकड़ी 10-10 ग्राम लेकर पानी में पीसकर हल्का गर्म कर चोट पर लगायें।

●● घाव ●●
अम्बाहल्दी, चोट सज्जी 10-10 ग्राम पीसकर 50ml गर्म तेल में मिला दें।
ठंडा होने पर रूई भिगोकर घाव, जख्म पर बांध दें।

●● हड्डी कमजोर हो तो
चौधारा, आंबा हल्दी 10-10 ग्राम पीसकर घी में भून लें।
उसमें सज्जी और सेंधानमक 5-5 ग्राम पीसकर मिला लें।
टूटी हड्डी और गुम चोट पर बांधने से लाभ होगा
● आंबा हल्दी 3 ग्राम पानी से सुबह शाम लें और मैदालकड़ी, कुरण्ड, चोट सज्जी, कच्ची फिटकरी, आंबा हल्दी 10-10 ग्राम पानी में पीसकर कपड़े पर फैलाएं, चोट पर रखकर रूई लगाकर बांध दे।

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