पहले सहारा, उसके बाद PNB और अब Yes Bank. Yes Bank देश का चौथा सबसे बड़ा बैंक था। हमें यह समझना होगा कि जितना हम राजनीति की चर्चा करते हैं उसका 10% भी यदि हम अर्थव्यवस्था की बातें करें तो सिर्फ हमारी सेविंग ही नहीं बचेगी बल्कि हमें यह भी पता लगेगा कि हमें अपने पैसों का कहाँ सही इंवेसमेन्ट कर के अधिक मुनाफा कमाया जाये। Yes Bank में आपके पैसे डूबने में न ही सरकार और न ही RBI का दोष, सारा दोष आपका है। आपने अधिक इंटरेस्ट के चक्कर में वहाँ पैसे लगा दिए, थोड़ा भी नहीं सोचा कि इतना इंटेरेस्ट वो ला कहाँ से रहा है। सरकार और RBI को तो सब पहले से ही पता था।…
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