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अगर किसी रोगी में आपको ये लक्षण दिखाई दे तो आप उसको ये पोस्ट जरूर सेर करे
सूजोक पोइन्ट का ब्लड सर्क्युलेशन करना 100 % खून को मस्तिष्क में पहोचा ने का यही सरल उपाय है
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👇 कारण 👇
➕-मांसपेशियाँ कार्य करने में पूर्णतः असमर्थ हों जाती है उस स्थिति को पक्षाघात लकवा या फालिज कहते हैं। लकवे होने पर प्रभावी क्षेत्र के भाग को उठाना, घुमाना, फिराना या चलना-फिरना लगभग असम्भव हो जाता है। लकवा अति भागदौड़, क्षमता से बहुत ज्यादा परिश्रम या बहुत अधिक व्यायाम, अति गरिष्ठ भोजन बहुत अधिक मात्रा में लेने से हो सकता है,
👉🏼-हमारे शरीर के सभी अंगो को कार्य करने के लिए रक्त की आवश्यकता पड़ती है लेकिन जब अचानक मस्तिष्क के किसी हिस्से मे खून का दौरान रुक जाता है या मस्तिष्क की कोई रक्त वाहिका फट जाती है और मस्तिष्क की कोशिकाओं के आस-पास खून एकत्र हो जाता है ऐसी अवस्था में शरीर के किसी भी हिस्से में लकवा हो सकता है अथवा किसी हिस्सों में रक्तवाहिका में खून का थक्का बनने के कारण खून की पूर्ति बंद हो जाय तो उस अंग में लकवा हो जाता है ।
यदि तुरंत इलाज मिल जाय और रक्तवाहिका में रुधिर का प्रवाह पुन: शुरू हो जाय अर्थात खून का थक्का ठीक हो जाय तो रोगी की स्थिति में शीघ्र सुधार हो सकता है, वह जल्दी ही बिलकुल ठीक भी हो सकता है, लेकिन यदि रुधिर का प्रवाह शुरू ना हो सके तो स्थायी पक्षाघात हो जाता है। इससे उबरंने में बहुत वक्त लगता है या स्थिति ला इलाज भी बन जाती है ।
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