मांसपेशियों में दर्द व ऐंठन के कुछ घरेलू उपचार

मांसपेशियों में दर्द किसी चोट या दुर्घटना, मांसपेशियों के अत्याधिक उपयोग या मांस पेशियों में तनाव, तनाव या चिंता या कुछ मेडिकल परिस्थितियों के कारण हो सकता है। व्‍यस्‍त और भाग-दौड़ भरी जिंदगी के कारण मांसपेशियों में दर्द की समस्‍या एक आम समस्‍या बन गई हैं। तीस से चालीस वर्ष की आयुवर्ग के लोगों में यह समस्‍या ज्‍यादा देखने को मिलती है। इसके कुछ मुख्य कारण हैं, जैसे अत्याधिक कसरत करना, भारी वजन उठाना, सीढ़ी चढ़ना।



लेक्टिक एसिड एकत्र होने से दर्द और इसके विभाजित होने से दर्द गायब!

कभी कभी बहुत अधिक व्यायाम करने से भी मांसपेशियों में दर्द हो जाता है। इस स्थिति में हमारे शरीर को अधिक ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है। इस अधिक ऑक्सीजन की आवश्यकता की पूर्ति करने के लिए मांसपेशियों में अवायुश्वसन होता है जिसके कारण लेक्टिक एसिड एकत्रित होने लगता है। इस लेक्टिक एसिड के कारण मांसपेशियों में थकान और दर्द होता है। मांसपेशियों के दर्द को प्राकृतिक तरीके से दूर करने के लिए कुछ प्रभावी घरेलू उपचार उपलब्ध हैं। इनसे सामान्यत: लेक्टिक एसिड विभाजित हो जाता है और मांसपेशियों का दर्द चला जाता है परन्तु इसमें कुछ दिन का समय लगता है।



1. शरीर में पानी की कमी न होने दें : हाइड्रेट रहें!

डिहाइड्रेशन की वजह से मांसपेशियों को ऐंठन हो सकता है। डिहाइड्रेशन को रोकने के लिए, सुनिश्चित करें कि आप अपने शरीर के आकार के आधार कितना दिन में पानी पीते हैं। यदि मौसम बहुत गर्म है, पसीना आ रहा है, आप व्यायाम कर रहे हैं या शराब पी रहे हैं, सुनिश्चित करें कि हाइड्रेटेड रहने के लिए आप कितना पानी पी रहे हैं। जब शरीर में पानी की कमी हो जाती है तो ज्यादा इलेक्ट्रोलाइट्स के कारण मांसपेशियों में ऐंठन होती है। हालांकि शरीर ज्यादा हाइड्रेट होने पर भी इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी के कारण मांसपेशियों में ऐंठन हो सकती है। तो शरीर के हाइड्रेशन को संतुलित बनाए रखें।



2. मिनरल्स की कमी ना होने दें: केले खाएँ!

मिनरल्स जैसे कैल्शियम, पोटेशियम और मैग्नीशियम आदि की कमी की वजह से भी मांसपेशियों में ऐंठन या अचानक दर्द हो सकता है। इसलिए हमें रोज जरुरत के हिसाब से कैल्शियम और पोटेशियम लेनी चाहिए। 400-420 मिलीग्राम पुरुषों के लिए मैग्नीशियम और 310-320 मिलीग्राम महिलाओं के लिए आवश्यक होता है। इसके लिए केला खाएं, केलों में उच्च मात्रा में पोटेशियम होता है, साथ ही कच्चे एवकाडो, भुने आलू, पालक और वसा मुक्त या स्किम्ड दूध भी इसके अच्छे श्रोत हैं।



3. लें भरपूर प्रोटीन युक्त आहार!

मांसपेशियों में दर्द भारी-भरकम शारीरिक गतिविधियों के कारण होता है। भारी-भरकम शारीरिक गतिविधियां करने के बाद मांसपेशियों को प्रोटीन की जरूरत होती है, ताकि शरीर में एनर्जी का स्तर बना रहें। इसलिए दर्द से बचने के लिए और एनर्जी को बनाएं रखने के लिए प्रोटीनयुक्त प्राकृतिक खाद्य उत्पादों का सेवन करना चाहिए।


4. गुड़, काजू, पालक, कद्दू बीज, अलसी तिल बीज, आदि भरपूर उपयोग करें!

इनमें मैगनीशियम प्रचुर मात्रा में होता है! शरीर में मैगनीशियम का स्तर कम होने पर मांसपेशियों में दर्द और ऐंठन की समस्या हो सकती है। मैगनीशियम का संपूरक लें। आप अपने आहार में ऐसे खाद्य पदार्थ शामिल कर सकते हैं जिनमें मैगनीशियम प्रचुर मात्रा में हो। मैगनीशियम से समृद्ध खाद्य पदार्थों में गुड़, कुम्हड़ा और कद्दू के बीज, पालक, रसपालक, कोका पाउडर, ब्लैक बीन्स, अलसी के बीज, तिल के बीज, सूरजमुखी के बीज, बादाम और काजू शामिल हैं।



5. अनन्नास का प्रयोग करें!

अनन्‍नास में ब्रोमलेन नामक एंजाइम पाया जाता है, जो मांसपेशियों के दर्द को दूर करने में बहुत सहायक होता है। साथ ही यह गठिया व जोड़ों के दर्द को दूर करने के लिए भी बहुत उपयोगी होता है। यह पाचन क्रिया को भी सुधारता है।



6. सेब का सिरका (विनेगर) का प्रयोग!

स्वास्थ्य के लिहाज से सेब का सिरका बहुत ही उपयोगी है। यह न केवल वजन घटाने बल्कि रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करता है। इसके अलावा यह ब्लड शुगर को स्थिर करने, त्वचा के स्वास्थ्य को बढ़ाने और एसिडिटी के लक्षणों से राहत देने काम करता है। पोटेशियम में उच्च होने के नाते, कच्चे और अनफ़िल्टर्ड सेब के सिरके की मदद से आप मांसपेशियों में ऐंठन को कम कर सकते हैं। कम पोटैशियम लगातार मांसपेशियों की ऐंठन के सामान्य कारणों में से एक है। इसके अलावा, सेब के सिरके में कई पोषक तत्व होते हैं जो शरीर में पानी के संतुलन को नियंत्रित करने में मदद करता हैं, इस प्रकार यह डिहाइड्रेशन को रोकता है।


7. सेंधा, काला नमक के जल में स्नान उपयोगी!

मांसपेशियों में ऐंठन का इलाज करने के लिए काले नमक का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। काले नमक में मैग्नीशियम मांसपेशियों में आराम और उपचार को बढ़ावा देता है। इसके लिए आप बाथ टब गर्म पानी से भरें। फिर उसमें एक कप काला नमक डालें और अच्छी तरह से मिला लें फिर 20 मिनट के लिए इसे छोड़ दें और नहा लें। तत्पश्चात हल्के गुनगुने सरसों के तेल की मालिश करें।



8.जडी बूटियाँ और लेप !

कुछ जडी बूटियों में एंटी इम्फ्लेमेट्री (प्रदाहनाशी) और आरामदायक गुण होते हैं। जबकि हर्बल लेप (जडी बूटियों के अर्क का अर्द्ध ठोस रूप जो लोशन, जेल या बामके रूप में होता है) त्वचा तथा ऊतकों में अंदर तक प्रवेश करते हैं तथा आराम पहुंचाते हैं।



9. तुलसी का उपयोग

मांसपेशियों के दर्द को दूर करने में तुलसी बहुत कारगर होती है। तुलसी में वात विकार को मिटाने के प्राकृतिक गुण होता है। तुलसी के रस को सरसों के तेल में मिलाकर दर्द वाले स्‍थान पर लगाने से तुरंत राहत मिलती है।



10. लाल मिर्च का उपयोग!

लाल मिर्च में कैप्सैसिन पाया जाता है जो ऑर्थराइटिस, जोड़ों और मांसपेशियों के दर्द और मांसपेशियों के सामान्य दर्द से राहत पहुंचाता है। आप स्वयं पेस्ट बना सकते हैं। इसके लिए एक चौथाई या आधा टेबल स्पून लाल मिर्च को जैतून के तेल (गर्म) या नारियल के तेल में मिलाएं। इसे प्रभावित स्थान पर लगायें तथा लगाने के बाद अपने हाथ धो डालें। इसे अपनी नाक, आँखों और मुंह से दूर रखें क्योंकि इससे जलन हो सकती है।


11. हल्दी का प्रयोग!

हल्दी को पुराने समय से दर्द निवारक के रूप में जाना जाता है। हल्दी में एक खास तत्व होता है जिसे कर्क्युमिन कहते हैं। ये तत्व दर्द और सूजन से राहत दिलाता है। इसके लिए एक ग्लास दूध में आधा चम्मच हल्दी डालें और इसे 5 मिनट हल्की आंच पर गर्म करें। अब इस दूध में एक चम्मच शहद मिलाएं और इसे पी लें। यह दूध शरीर के किसी भी हिस्से के दर्द से राहत दिलाने में कारगर है।


12. उपयोगी चेरी!

चेरी का रस दौड़ने या बहुत अधिक व्यायाम करने के बाद मांसपेशियों में होने वाले दर्द को दूर करने में सहायक होता है। चेरी में एंथोक्यनिंस नामक एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है जो जलन को कम करता है। दर्द और जलन को कम करने के लिए चेरी का खट्टा रस पीयें। इससे पैरों और हाथ की मांसपेशियों में होने वाले दर्द से आराम मिलेगा।



13. जादुई मसाज का कमाल!

मांसपेशियों के दर्द को दूर करने क‍े लिए मसाज बहुत फायदेमंद होती है। मांसपेशियों में खिंचाव आने से वह सिकुड़ जाती हैं, जिससे मांसपेशियों में ब्‍लड का फ्लो ठीक से नहीं हो पाता और उनमें दर्द होने लगते है। सही तरीके से दर्द वाली जगह पर मसाज करने से राहत मिलती है और ब्‍लड फ्लों में सुधार होता है।


14. स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज, परन्तु सहनशक्ति की सीमा में ही!

वैसे तो मांसपेशियों में दर्द होने पर हिलना-डुलना मुश्किल होता है, लेकिन जितना आप सहन कर सकें, मांसपेशियों को आराम से स्ट्रेच करें। ऐसा थोड़ी देर करने से आपको दर्द से राहत मिलती हैं।



15. एक्यूप्रेशर पद्धति का उपयोग!

एक्युप्रेशर एक वैज्ञानिक पद्धति है जिसमें आराम पहुंचाने के लिए शरीर के विभिन्न एक्युप्रेशर पॉइंट्स पर प्रेशर (दबाव) देकर उन्हें उत्तेजित किया जाता है। यह मांसपेशियों को आराम पहुंचाने तथा उन्हें ठीक करने में सहायक होता है। मांसपेशियों को आराम देकर और बढ़े हुए एंड्रोफिन्स से मांसपेशियों के दर्द से तीव्र और प्राकृतिक तरीके से आराम पाया जा सकता है।



16. कोल्ड थेरपी: वर्फ़ से सिंकाई!

मांसपेशियों के दर्द को दूर करने के लिए यह एक उत्तम घरेलू उपचार है। कोल्ड थेरपी को क्रयोथेरेपी भी कहा जाता है जिसमें राहत पाने के लिए चोट की जगह पर आइस (बर्फ़) लगाया जाता है। अक्सर इसका उपयोग खेलकूद के कारण होने वाले लगने वाली चोटों में मांसपेशियों के दर्द को कम करने के लिए किया जाता है। चोट लगे हए स्थान पर बर्फ़ लगाने से उस स्थान पर रक्त परिसंचरण धीमा हो जाता है जिसके परिणामस्वरूप उस स्थान पर दर्द और सूजन कम हो जाती है।



17. हीट थेरपी: गर्म सिंकाई!

हीट थेरपी का उपयोग मोच या ऐंठन, मांसपेशियों में जकड़न या ऐंठन के उपचार में किया जाता है। अच्छा होगा कि गंभीर चोटों में हीट थेरपी का उपयोग न किया जाए क्योंकि इसके कारण सूजन बढ़ सकती है और असुविधा हो सकती है। गर्मी से मांसपेशियों के दर्द में आराम मिलता है, मांसपेशियों की जकड़न कम होती है और मांसपेशियों का तनाव कम होता है। गर्मी प्रभावित स्थान पर रक्त परिसंचरण बढ़ाती है से चोट लगे हुए स्थान पर रक्त परिसंचरण बढ़ जाता है जिससे मांसपेशियों की चोट से भी आराम मिलता है।


18. मैग्नीशियम सल्फेट से स्नान!

मैग्नीशियम सल्फेट प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला खनिज है जो मांसपेशियों के ऊतकों की सूजन को कम करता है तथा मांसपेशियों के दर्द से आराम पहुंचाता है। यह पुरानी स्थिति जैसे फाईब्रोम्यल्गिया में भी मांसपेशियों के दर्द से आराम दिलाता है। नहाने के लिए मानक आकार के टब को गुनगुने या गर्म पानी से भरें तथा इसमें 1-2 कप ऐप्सम सॉल्ट मिलाएं तथा इस पानी में 15-30 मिनिट आराम करें। इस स्नान से मांसपेशियों के दर्द और ऐंठन से आराम मिलता है, शरीर को आराम मिलता है और तनाव कम होता है। इस प्रकार व्यायाम करने के बाद मांसपेशियों के दर्द को दूर किया जा सकता है।



19. वजन कम करने का जादू!

अधिक वजन होने से भी कमर, घुटने की मांसपेशियों में दर्द की समस्या होती है। वजन बढ़ने से रीढ़ और टांगों पर तनाव बढ़ता है, जिससे कमर और घुटने में दर्द शुरू हो जाता है। इसलिए मांसपेशियों में होने वाले दर्द को कम करने के लिए सबसे पहले वजन को कम करें। अजवाइन मोटापे कम करने में उपयोगी होती है। रात में एक चम्मच अजवाइन को एक गिलास पानी में भिगो दें। सुबह छान कर एक चम्मच शहद के साथ मिलाकर पीने से लाभ होता है। प्रातः गुनगुने पानी में नींबू शहद के नियमित सेवन से भी मोटापा कम होता है!


20. बारी बारी से गर्म व ठंडा स्नान भी फ़ायदेमंद!

बारी बारी गर्म और ठंडे पानी से स्नान करने से दर्द से तेज़ी से आराम मिलता है। इससे प्रभावित स्थान का रक्त परिसंचरण बढ़ता है, सूजन और दर्द कम कम होता है। ठंडा स्नान दर्द वाले स्नान को सुन्न कर देता है तथा गर्म स्नान मांसपेशियों को आराम देता है, ऐंठन को दूर करता है तथा सम्पूर्ण शरीर के तनाव को कम करता है। पानी में सुगंध वाले तेल जैसे लैवेंडर, यूकेलिप्टस और बरगामोट मिलाने से अतिरिक्त लाभ होता है।

Post a Comment

0 Comments