कई फेसबुक एवं व्हाट्सएप पर ऐसी अफवाह फैलाई जा रही है कि कोरोना 5G टेक्नोलॉजी के आने के कारण फैल रहा है। ऐसे फिजूल के अफवाहों पर ध्यान न दें और कोई संदेह हो तो नीचे मेरे व्याख्या को बड़ें।
1. EMW से कोई पॉल्युशन नहीं है। ये आपको नुकसान पहुंचता है पर इस प्रकार नहीं। ये आपके मस्तिष्क एवं ह्रदय पर असर करेगा। थोड़ा बहुत शरीर के अंदर फ्लो होने वाले आयन्स पर।
2. कितना भी बड़ा रेडिएशन हो वो आपको सांस लेने में प्रॉब्लम नहीं करेगी। आप नागासाकी या हिरोशिमा से उदाहरण ले सकते हैं।
3. EMW से हर चालक में कर्रेंट चल सकता है। पर इससे आपका गला नहीं सूखेगा, न ही नाक में श्लेष्मा जमेगा। ये गर्मी के कारण होता है।
4. पक्षी रेडियेशन से नहीं मरते। Gravity Movie देखिए। हकीकत में पक्षियाँ उड़ने के लिए धरती के मैग्नेटिक फील्ड का इस्तेमाल करती है पर जैसे ही EMW पक्षियों के नेविगेशन में दिक्कत पैदा करती है, जिससे वह उड़ नहीं पाती और आपको कम पक्षी आकाश में दिखते हैं।
5. आखरी में कहना चाहूंगा कि EMW से जो रोग उत्पन होगा उसका कोई बायोलॉजिकल इलाज नहीं होगा, उसका इलाज फिजिकल थेरपी ही होगी।
6. कई गरीब देश जहाँ 5G तो छोड़ दीजिए 2G भी नहीं है वहाँ भी कोरोना तेजी से फैल रहा है।
क्या आपके शहर में 5G के टावर लग गए? शिक्षकों द्वारा ऐसे मेसेज को फारवर्ड करना दुःखद है। ये युवायों को मिसगाइड करेगा।
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