*महाभारत का युद्ध अंतिम चरण में था। भीम और दुर्योधन के बीच भीषण युद्ध चल रहा था।*
*चूँकि दुर्योधन का शरीर गंधारी के वरदान से जंघा छोड़ सम्पूर्ण बज्र का बन चुका था। दुर्योधन हारे नही हार रहा था।*
*तब श्रीकृष्ण ने कहा-*
*भीम भैया दुर्योधन की जंघा पर प्रहार करो, यहाँ...*
*श्रीकृष्ण के वचन सुनकर दुर्योधन जोर से चिल्लाया-*
*मधुसूदन ये क्या कथन कह रहे है। मल्ल युद्ध मे कमर के नीचे प्रहार युद्ध नियम के खिलाफ है।*
*'नैतिकता' के खिलाफ है।*
*श्रीकृष्ण मुस्कुराए और बोले-*
*वाह! दुर्योधन वाह! आज तुम्हें संकट के समय युध्द नियम और नैतिकता जैसे उच्च मापदण्ड याद आ गए।*
*याद करो जब एक निहत्थे बालक अभिमन्यु पर, 8-8 महारथियों ने, एक साथ शस्त्रो से प्रहार किया। जिनमें तुम भी थे।*
*तब कहाँ गए थे युद्ध नियम।*
*कहाँ थी तुम्हारी नैतिकता।*
*बीच सभा मे द्रोपदी का चीरहरण हुआ। जो तुम्हारे ही आदेश से हुआ।*
*तब कहाँ थी नैतिकता।*
*इसलिए हे अनैतिकता के रथ पर सवार अनैतिक पुरुष, तुम्हारे मुख से नैतिकता की बात शोभा नही देती।*
*शास्त्रो में लिखा है-*
*क्षमा भी उसे ही किया जाता है, जो क्षमा योग्य हो।*
*नैतिकता उसी के साथ कि जाती है, जो खुद उसके योग्य है।*
*इसलिए मंझले भैया भीम-*
*उठाओ गदा और दुर्योधन की जंघा पर प्रहार करो, इसमे किसी भी प्रकार की धर्म हानि नही होगी।*
*अंत मे दुर्योधन मारा गया।*
****************
*राजीव गांधी पर भी यही प्रसंग चल रहा है- 'नैतिकता'। चुनाव अंतिम चरणों में चल रहा हैं।*
*अनैतिकता के रथ पर सवार कांग्रेस नैतिकता की दुहाई दे रही है। राजीव गांधी को दिवंगत बताकर नैतिकता(इमोशनल कार्ड) का खेल, खेल रही हैं।*
*तो सुनो हे कांग्रेस ! अटल बिहारी वाजपेयी जी भी दिवंगत हैं, किँतु कुछ दिन पूर्व तुमने मसूद मुद्दे पर कन्धार कांड उठाया। उनपर मसूद को उंगली पकड़कर छोड़ने का आरोप लगाया।*
*तब कहाँ थी नैतिकता ??*
*वीर सावरकर भी दिवंगत हैं, किन्तु तुमने अंडमान की जेल से उनका चित्र हटवाया। नफरत की राजनीति के चलते उनका अपमान किया।*
*तब कहाँ थी नैतिकता ??*
*और हे कांग्रेस ! संकट के समय तुम्हें नैतिकता के उच्च मापदंड याद आ रहे है।*
*तुम किस नैतिकता की बात करते हो। राजीव गांधी के पूर्व प्रधानमंत्री होने की दुहाई देते हो। किन्तु वर्तमान प्रधानमंत्री पर गालियों की बौछार भूल जाते हो।*
*वर्तमान प्रधानमंत्री को बिना सबूत चोर कहते हो। किन्तु पूर्व प्रधानमंत्री को भृष्टाचारी कहने पर हाय नैतिकता, हाय नैतिकता की दुहाई देते हो।*
*अनैतिक कांग्रेस के मुँह से नैतिकता की दुहाई शोभा नही देती।*
*इसलिए हे मोदी ! गदा उठाओ और कांग्रेस की जंघा पर जोरदार प्रहार करो, जो अपने प्रथम परिवार के कुकर्मो के कारण अब भी नरम है।*
*यही शास्त्रसम्मत भी हैं।*
*अब उम्मीद यही है की कलियुगी महाभारत का परिणाम भी, द्वापर महाभारत जैसा ही हो।*
*(प्रियंका जी को अब समझ आ गया होगा, दुर्योधन कौन हैं)*
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