आत्मा: जड़ या चेतन?

आपने भौतिक को थोड़ा आसन समझ लिया है। मैं इसे कहीं ऊपर तक सोचता हूँ। Can you tell me how the first human appear on the earth? क्या अमीबा-पैरेमिशिय इत्यादि में आत्मा का विज्ञान समझायें।

शायद अब तक आज का विज्ञान ये न समझा पाया हो कि एनर्जी सिर्फ जड़ नहीं चेतन भी हो सकती है।

और एनर्जी है क्या? एनर्जी का डेफिनेशन क्या है? Energy is the capacity of a physical system to do work. एनर्जी के डेफिनेशन में मुझे ये खोज कर दिखाएं, कहाँ पर लिखा है ये जड़ है या चेतन? क्या आपका शरीर बिना आत्मा का कार्य कर सकता है? नहीं। इसलिए मैं अपने एनर्जी के डेफिनेशन से उसे एक एनर्जी मानूँगा। और उसपे भौतिक के नियम भी लगायउँग। और यदि वो गलत साबित हुये तो ये नहीं कहूंगा कि आत्म एक एनर्जी नहीं है। मैं ये कहूंगा कि कुछ एनर्जी ऐसे भी हैं जिसपे क्लासिकल फिजिक्स की थेरॉय नहीं लगती। उसके लिए नए भौतिक के नियम बनेगें। पर आत्मा एनर्जी ही रहेगा।

हमारी एक बहुत बड़ी कमी है, जिस भी चीज के अंदर का विज्ञान हम समझ नहीं पाते, उसे या तो कोई चमत्कार मान लेते हैं। पर उस चमत्कार के पीछे के ज्ञान को ही विज्ञान कहते हैं।

इस देश को ज्योतिसविज्ञान ने बर्बाद नहीं किया है, इस देश को चमत्कारी बाबाओं ने और चमत्कारों पर विश्वास करने वाले लोगों ने बर्बाद किया है। चमत्कार नहीं हुआ करते। ये दुनिया ईश्वर की मनमानी से नहीं बल्कि ईश्वर के बनाये नियमों से चलता है और स्वयं ईश्वर भी इन नियमों को तोड़ नहीं सकता। उस विज्ञान को हम समझ पाये या न पायें पर वो विज्ञान ही है।

एनर्जी जड़-चेतन कुछ भी हो सकता है। अभी खुद विज्ञान एनर्जी के हर फॉर्म को अच्छे से नहीं जानता।

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