रानी पद्मावती या कोई भी हिन्दू औरत हमारी सम्मान है

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हिन्दुवों के स्वाभिमान पर आतंकी आक्रमण आरम्भ से ही हो रहे है।कुछ रामायण में राम को सूरा पान और राम को माता सीता को अपमानजनक शब्द की बात वर्णित है।वह भी आतंकी आघात है जिसमे हम दोगले हिन्दुवों की मिलीभगत है।अन्यथा रामायण को अपमानित करनेवाला रामायण मुगल काल की देन है और ऐसे अनेको आतंकी आघात साहित्य ,दृश्य स्रब्य काब्य के माध्यम से हो चुके है।कोई फिल्मकार हमारी महिमा मंडन नही करता,अपितु हमारे सम्मान की ओट में हमे अपमानित करता रहा है,कुत्सित साहित्य,इतिहाश,भौंडे कामुक प्रेमप्रसंग के माध्यम से और सभी हिन्दू अपने पुत्र पुत्रियों की रक्षा इस छुपे लेकिन गंभीर आतंकी आघात से करते रहे है।जब गुलशन कुमार की हत्या दाऊद ने करवाई  तो ये दोगले रण्डी और भडुये कहां थे?मैं माफी चाहता हूं इन अपशब्दों हेतु लेकिन इससे ज्यादा मर्यादित शब्द जो इनकी महानता को अभिव्यक्त करे,हमे नही मिलता।इन्हें किसने कहा था हमारे इतिहाश से छेड़ छाड्ड करने,क्यों नही किसी अल्लाह के कुकर्मो पर इन्होंने फ़िल्म बनाये।ये हमेशा संतो को कपटी कुकर्मी ही दिखाते हैं ,कभी मुल्लों पादरियों को कुकर्मी दिखाया जबकि सबसे ज्यादा नीच ये मौलवी पादरी होते है।लेकिन इन्हें हिन्दुवों को नीच दिखाने,तोड़ने,चोर चरित्रहीन बनाने से मतलब है।पहले जो कुछ भी हुआ हमारी कमजोरी से ही हुआ और अब अगर हम अपनी कमजोरी को मिटाने हेतु कुछ भी कर रहे हैं तो वह बिल्कुल भी बुरा नाहीअपितु जागरण की सुबह है।हमे आपस मे लड़वाया गया,गुलाम बनानेवाली शिक्षा दी गई, यहां तक कि अपनी संस्कृति,देश,महापुरुष,साहित्य,महाकाब्य का अपमान करना सिखाया गया और इन कर्मो को हमारी उदारता और सम्मान की बात कही गई। लेकिन मुस्लिम की कट्टरता,मानव वादी का दुश्मन ,इस्लाम के अलावे दूसरा कोई नही। दूसरे की जीवन,जोरू,संपत्ति का लुटना,बलात्कार आदि कार्यों को शांति का कार्य कहा गया और इन मानवों के दुश्मन की महिमा मंडन सत्ता प्राप्ति और अनंत धन अर्जन हेतु किया गया।विदेशियों से ज्यादा हमने विदेशी षड्यंत्र को सफल बनाया क्योंकि हमारी नियत बहुत ही गिरी हुई थी और है।लेकिन जागरण से किसी को दुख है तो वह उसी प्रकार रोटा रहे जैसे बॉलीवुड के रण्डी भड़ुओं ने फील्म बनाई थी ,शराफत गयी तेल लेने,लेकिन अब शराफत अपराधियों,देशद्रोहियो,नीच,बिके हुए का गुलाम नही।अब सभ्य,देश भक्तो जो बास्तविक हों,उन्ही की चलेगी। याद रखें,करनी सेना,राजपूतो की सेना नही,सम्पूर्ण हिन्दुवों और हिन्दू रक्षक की सेना है।हिन्दू को मानसिंह के कारण नीच नही कह सकते।यह राणा,शिवा,लक्ष्मी बाई, गुरु गोबिंद सिंह,सर दार भगत सिंह,सुभाष चंद्र बोष,वल्लभ भाई पटेल,भगवान बुद्ध,तीर्थंकर जैन जैसे हमारे और करनी सेना के आराध्य है।बौद्धों को भड़कनेवाले नकली बौद्ध जो दरअसल छिपे मुस्लिम है ,उनकी कोशिश भी बर्बाद हो गयी जब म्यामार की घटना और महान संत विराथु ने इन्हें ज्ञान दिलाया।जिस दिन हिन्दू समाप्त होंगे उस दिन भारत मे कोई भी बौद्ध,जैन या गैर मुस्लिम समाप्त होंगे क्योंकि ये सभी की जननी हिंन्दुत्व ही है।करनी सेना सम्मानित है हम हिन्दुवों हेतु और ये हिन्दुवों की ही सेना है।किसी ने मां सीता या महान पद्मावती को नृत्य करते पहले दिख दिया तो आगे उसका अधिकार हो गए,अब यह नही होगा किसी भी शर्त पर।कृपया हिंदुगण सम्मानित समझ रखे अन्यथा 10%चुस्लिम वोट बढ़ा तो ये भच भच करनेवालों की भच भची ये चुस्लिम बंद कर देंगेऔर हमारे क्रांतिकारी राह में अपने जो बाधक बन रहे है ,उनको ये चुस्लिम छोड़ देंगे,अगर वे ये समझते है तो उनकी ये बहुत बड़ी भूल है।वैसे भी पश्चिम के अनुसंधान करता कह चुके है कि जनसंख्या नियंत्रित नही हुई तो विश्व की उम्र 50वर्ष से ज्यादा नही और ये चुस्लिम और उनके कुत्ते अपने कारण गैर मुस्लिमो को समाप्त करते हुए स्वययम भी नस्ट हो जाएंगे।कृपया करनी सेना को पूर्ण सम्मान और समर्थन दें।
रानी पद्मावती या कोई भी हिन्दू औरत हमारी सम्मान है और उनपर मिथ्या अभिलेखन ,मिथ्या दृश्य काब्य दिखाकर हमारा अपमान करनेवालों के दिन गए।कृपया जागें और जगाए।अब और हमे विश्राम नही,अभी संधि का नाम नही।

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