लैंड (जमीन) जिहाद

लैंड(जमीन )जिहाद

संविधान के अनुसार,  जिस स्थान पर मुस्लिम कब्रिस्तान , ईदगाह,  मस्जिद, मजार,  व पीर है,  वह स्थान मुस्लिम वक्फ बोर्ड का है।

अब जानिए कि  जिहादीयो के लिए काम करने वाले काली माता व जाहर वीर गुग्गा के कुछ पाखंडी "भगत" क्या करते है।

भोले-भाले  हिन्दुओ की समस्याओ  के निवारण के लिए,  काली माता व जाहर वीर गुग्गा का नाम लेकर, बाद मे समस्या का समाधान केवल पीरो के पास बताते है ।
काम पूरा होने पर घर अथवा खेत मे पीर की मजार बनवाने का वचन  लेते है।
प्रतिदिन ऐसा वचन पचासो हिंदूओ से लेने पर, उनमे से एक-दो की समस्या का अंत,  प्रारब्ध वश , अपने-आप हो जाता है ।
मुख्य बात यह है कि अब वो "भगत" आपसे पीर की मजार , किसी मुसलमान मिस्त्री से बनाने के लिए बोलता है ।

मित्रो यही खतरे की घंटी है ।
वह मुसलमान मिस्त्री, उस मजार मे , कोई  निशानी डाल देता है व उस निशान के बारे मे आपको नही बताता है ।
यही मुसलमान मिस्त्री,  पास की मस्जिद मे जाकर,  उस पीर की पूरी जानकारी,  मौलवी को देता है,  और जिस "भगत" के कहने पर वह पीर बना है, उसे धन भी दिया जाता है ।
एक पीर बनवाने के बदले,  "भगत " को कई बार 5-5 लाख  रुपए भी मिलते है। (यह उस स्थान पर निर्भर करता है,  जहा पीर बनवाया गया है,  जैसे बाजार के महंगे शोरूम मे पीर बनवाना)

हिंदूओके मन मे पीर का डर बिठाने के लिए,  पिछले 70 सालो मे , पीर को सड़क किनारे पर,  नदी के पास बनाया गया व उस नदी पर बनने वाले पुल को इंजीनियर से मिलकर कमजोर बनवाया गया ताकि वह पुल कुछ समय बाद टूट जाये व इसे पीर की शक्ति बताया जाये।

आपके क्षेत्र माधूबास के पीर के कारण, उस पंचायती जमीन पर कभी भी वक्फ बोर्ड दावा ठोक सकता है ।
यदी कभी,  सरकार के ऊंचे पदो पर व न्यायालय मे जिहाद समर्थक व्यक्ति अधिक हुए तो , तब यह 1947 जैसी स्थिती होगी व आपके घर - दुकान व खेत मे बने पीर के अंदर छिपाई गई निशानी के बल पर , इन सभी स्थानो पर वक्फ बोर्ड का कब्जा होगा।
वर्तमान मे पक्के पुलो वाला पीर ( ऊंचा चंदना , करनाल) व जाहर वीर गुग्गा मेड़ी , बागड़ जैसे स्थानो पर वक्फ बोर्ड ने विभिन्न न्यायालयो मे दावा ठोक रखा है ।

पक्के पुलो वाला पीर ( ऊंचा चंदना , करनाल) को पिछले साल ही  वक्फ बोर्ड जीत चुका है व जिस दिन भी हरियाणा मे इस्लाम समर्थक सरकार आयेगी,  उस दिन वक्फ बोर्ड को कब्जा दे दिया जाएगा ।

और अंत मे सभी मित्रो से निवेदन है कि जीवन मे अच्छा-बुरा समय , आता-जाता रहता है। अच्छे समय मे भगवान की पूजा व बुरे समय मे भगवान से शक्ति लेकर समस्या का समाधान करना , जीवन इसी का नाम है । बुरे समय मे किसी "भगत " के पाखंड मे फंसकर,  अपनी जमीन पर पीर की मजार बनाने का पाप , कभी न करे।

हिन्दू हित मे व धार्मिक पुन्य अर्जित करने के लिए,  इस संदेश को अग्रेषित करे।
धन्यवाद

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