नरेंद्र मोदी के पांच चाचा

नरेंद्र मोदी के पांच चाचा नरसिंह दास, नरोत्तम दास, जगजीवन दास, कांतिलाल और जयंती लाल। नरेंद्र मोदी के पिता दामोदर दास सबसे बड़े थे उनके पिता मूलचंद मगनलाल वडनगर में बैल को जोत कर तेल निकालने का काम करते थे। दामोदर दास के पांच बेटे और एक बेटी। सबसे बड़े सोमभाई 75 वर्ष, उनसे छोटे अमृत भाई 72 वर्ष, तीसरे नंबर पर हमारे प्रधानमंत्री मोदी साहब 66 वर्ष, चौथे प्रह्लाद भाई 64 फिर वसंत बेन 61 और पंकज भाई 58 वर्ष। दामोदर दास और हीरा बेन के तीसरे नंबर के सपूत और हमारे शेर प्रधानमंत्री के सगे भाइयों में से या उनके पूरे फैमिली में से एक भी इंसान ऐशो-आराम से नहीं जी रहा।
मोदी 13 वर्ष गुजरात के मुख्यमंत्री रहे 2014 से भारत के प्रधानमंत्री है उन्होंने अगर चाहा होता तो इनमें से हर एक अरबोंपति होते।
भारत के सारे पोलिटिश्यनो ने यही धंधा किया है।
कांग्रेस के हो या अन्य किसी भी पार्टी के हर कोई अपने सगे संबंधी भाई भतीजों साढु बहनोई साले साली सबको सेटल करने में ही पड़े रहते हैं। यहां तक कि उनके अडोसपडोस और मित्रों को भी पैसा कमाने का पूरा मौका देते हैं। ऐसा करने से उन्हें कई फायदे मिलते हैं। भविष्य में यही लोग उन्हें आर्थिक सलामती बक्षते है। उनकी दो नंबर की कमाई के बेनामी कारोबार उसे चलाने दे देते हैं। उसे सेटल होता देखकर दूसरे उनसे फेवर मांगने आते हैं और उन्हें लाभ करवा कर खुद मजबूत बन पाए।
मगर नरेंद्र मोदी को ऐसी किसी बात की पड़ी ही नहीं है।
क्योंकि मोदी का भविष्य इनसिक्योर नहीं है। क्योंकि उनका दो नंबरी कारोबार नहीं है कोई बेनामी संपत्ति भी नहीं है जिसको संभालने के लिए किसी की फेवर की जरूरत पड़े।
मतलब उन्हें किसी की भी देशद्रोही की फेवर की जरूरत नहीं है।
इसीलिए वो जो भी काम कर रहे हैं और भविष्य में करना चाहते हैं उसमें कुदरत और हमारी जनता उनके फेवर में है।
मोदी के सगे-संबंधी क्या कर रहे हैं ?
क्या आप जानते हैं ?
अगर आप जानोगे तो आप की आंखें नम हो जाएगी।
आपको उनकी मौजूदा स्थिति और समर्पण के लिए गर्व भी होगा।
जिनका अपना चाचा या मामा PM होने के बावजूद करोड़पति या अरबोंपति बनने के सपने देखने के बजाय अपनी मेहनत के बल पर जी रहे हैं। और इसी में संतोष मान रहे हैं। उनका पूरा परिवार हमारे लिए वंदनीय है।
अगर भूतकाल में भी हमें ऐसे ही मंत्री, प्रधानमंत्री और राजनेता और उनके परिवार मिले होते तो आज देश की शक्ल ही अलग होती।
मोदी के परिजन क्या करते हैं इस बारे में एथेन्टिक जानकारी सीनियर और क्रेडिबल जर्नलिस्ट उदय माहुरकर जी ने इंडिया टूडे के लिए बड़ी ही मेहनत से इकठ्ठे की है।
मोदी के सबसे बड़े भैया सोमभाई कहते हैं कि मै नरेंद्र का बड़ा भाई हुं प्रधानमंत्री का बड़ा भाई नहीं। मेरे ओर उनके बीच एक अदृश्य दिवार है। जो आप लोगों को नजर नहीं आती। मगर हम दोनों देख सकते हैं नरेंद्र मोदी के लिए मै भी 125 करोड़ भारतीयों में से मै भी एक हुं।
ढाई साल से सोमभाई अपने इस जगमशहुर भाई से मिले नहीं। कभी-कभी फोन पर बात होती है। मोदी के छोटे भाई पंकज भाई गुजरात सरकार के किसी विभाग में कार्यरत हैं और वो सोमभाई से थोड़े खुशनसीब है क्योंकि उनकी माता जी उनके साथ रहती है और मोदी जब गांधीनगर आते हैं तो माताजी के साथ साथ उनसे मिल जाते हैं।
मय के महिने में मोदीजी ने एक विक के लिए उनकी माताजी को उनके दिल्ली स्थित निवास स्थान पर बुलाया था सिर्फ एक सप्ताह के लिए।
वर्ना भारत के प्रधानमंत्रियों, मिनिस्टरो वगैरह राजनीतिज्ञों के इतिहास पर नज़र करेंगे तो अपने कुटुंब कबिलो के साथ देश के खर्चे पर रहने का मौका किसीने नहीं छोड़ा।
जबकि मोदी 7 रेसकोर्स रोड़ पर रहकर अपने खाने पीने से लेकर खुद का निजी खर्च उन्हें मिलने वाले पगार में से ही करते हैं। ऐसा राइट टू इन्फर्मेशन से जानने में आया है।
नेहरू अपने परिवार के साथ।
लाल बहादुर शास्त्री जी उस समय के 1मोतीलाल नेहरू प्लेस के PM हाउस में बेटे बेटियां पोते वगैरह के समूह के साथ आये थे।
इंदिरा गांधी भी अपने दो पुत्र पुत्रवधूओ उनके बच्चे के साथ रहते थे।
अविवाहित अटल बिहारी वाजपेयी जी खुद उनकी मानी हुई बेटी नमिता भट्टाचार्य और उसके पति रंजन के फैमिली के साथ रहते थे।
मगर मोदी PM हाउस में सिर्फ अकेले ही रहते हैं जबकि उसके फैमिली में भी सभ्यो की कोई कमी नहीं।
मोदी के दूसरे नंबर के बड़े भाई अमृत भाई एक प्राईवेट कंपनी में फिटर की नौकरी करके अभी हाल ही में सेवा निवृत्त हुए हैं उनकी तनख्वाह 10,000 थी। वो अहमदाबाद के घालोडिया एरिया में अपने बेटे संजय के साथ रहते हैं। 47 वर्षीय संजय आई टी आई सर्टिफिकेट लेकर अपने खुद के लेथ मशीन पर अंजिनियरिंग स्पेर पार्ट्स बनाने का काम करते हैं। उनके बेटे बेटी भी एंजीनियरिंग में पढ़ाई कर रहे हैं। उनके पास पूराने माडल की एक गाड़ी है जो कभी कभार ही उपयोग में आती है।
उसके परिवार में से किसी ने आज तक विमान में प्रवास नहीं किया।
और भी बहुत कुछ है दोस्तो।।
ये सब जानने के बाद हमें मोदी को चुनने पर गर्व जरुर महसूस होगा।
         वंदेमातरम्   जय हिंद

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