😡😡😡
भंसाली अगर तुझे प्रेम कहानी ही बनानी है तो अल्लाउदीन खिलजी की बेटी "फिरोजा"" जो राजकुमार विरमदेव की दीवानी थी! उस पर बना!
ओरंगजेब की एक बेटी कुँवर छत्रसाल के पीछे दीवानी थी!
ओरंगजेब की पोती सफियत्नीशा जो राजकुमार अजीत सिंह के प्रेम की दीवानी थी!
इस पर बना!
नुर खुरासन एक (यवन) कन्या जो सम्राट बिन्दुसार के शोर्य को देखकर उनकी दीवानी हो गयी थी!
उस पर बना!*
इल्तुतमिश की बेटी जो राजपूत जागीरदार कर्म चंद्र की दीवानी थी!
उस पर बना!
ओरंगजेब की बहन छत्रपति शिवाजी की दीवानी थी ओरंगजेब रिश्ता भी लेकर गया था शिवाजी के पास लेकिन शिवा जी ने सिरे से खारिज कर दिया!
भंसाली रानी पद्मिनी एक वीर क्षत्राणी थी जिसने अपने सतीत्व की रक्षा के लिए जोहर किया वो कोई अनार कली या मस्तानी जेसी नचनिया नही थी
रानी पद्मिनी समस्त सनातन धर्म का गौरव है
जरा एक पल के लिये मोमबत्ती की लौ पर हाथ रखें
समझ मे आ जायेगा जौहर कोई हँसी मजाक नहीं है
रानी पदमावती सहित 16000 विरांगनायें जिंदा अग्नि स्नान करके तब के हमारे जिंदा आत्मसम्मान को झझकोर गई थी.
अफसोस है कि,
हमारे मुर्दा हो चुके देश का ठंडा पड चुका रक्त उनके त्याग और सम्मान बचाने की तपस्या को भूल गया...!
वरना किसी भंसाली की औकात होती जौहर मे सम्मान को अग्निस्नान करा चुकी वीरांगनाओ पर घटिया फिल्म बनाने क।
यहीं लगता है कि वास्तव मे देश ही नही हमारी मूल सनातन मानसिकता भी गुलामी की भेंट चढ़ चुकी है..!!
..जयहिंद,
..वन्देमातरम
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