भारतीय सभ्यता

सबसे पहले सभ्यता भारत में आयी
भौतिक शास्त्र का ज्ञान ऋषि वराहमिहिर जी ने दिया..
अंतरिक्ष ग्रहों की स्थिति एवं उनकी दूरी का पता आर्यभट्ट ने लगाया
अर्थव्यवस्था को चाणक्य ने समझाया
जीरो की खोज आर्यभट्ट ने की,
शल्य चिकित्सा की खोज भारत ने की,
जब पूरी दुनिया चेचक से मर रही थी तो, चेचक के टीके की खोज भारत में हो गयी थी।
शरीर के रहस्य का ज्ञान चरक ऋषि ने दिया
जेएल बेयर्ड ने भी माना की मैने टेलीविजन बनाना भारत से सीखा है।
आइन्सटीन ने भी माना की मैने भौतिक शास्त्र का ज्ञान पूर्वी भारत से पढा है,
सबसे पहले हवाई जहाज भी शिवकर तलपदे जी ने बनाया।
सबसे अच्छा सूती वस्त्र भी भारत ने ही दिया
दुनिया का सबसे अच्छा स्टील केवल भारत में ही बनता था..
फिर भी तुम सब भारत देश पर गर्व ना करके, दूसरे देशों की तारीफ करते है।
गलती तुम्हारी नही है.. गलती है मैकाले की शिक्षा पद्धति की।
एक बहुत ही सोची समझी चाल के तहत
हमारी सोच को ही बदल दिया गया –

इसी को हम गुलामी कह सकते है✔

500 -700 वर्षों से
हमें यही सिखाया पढाया जा रहा है :---

कि तुम बेकार हो,
खराब हो,
तुम जंगली हो,
तुम तो हमेशा लड़ते रहते हो,
तुम्हारे अन्दर सभ्यता नहीं है, तुम्हारी कोई संस्कृती नहीं है,
तुम्हारा कोई दर्शन नहीं है,
तुम्हारे पास कोई गौरवशाली इतिहास नहीं है,
तुम्हारे पास कोई ज्ञान विज्ञान नहीं है आदि आदि।

सारा सिस्टम मैकाले ने ऐसा रचा कि भारत वासियों को केवल वह सब कुछ पढ़ाया जाए जिससे वे हमेशा गुलाम ही रहें।

और उन्हें अपने धर्म संस्कृती से घृणा हो जाए।

इस शिक्षा में हमें यहाँ तक पढ़ाया कि भारत वासी सदियों से गौमांस का भक्षण कर रहे हैं।

आओं मिलकर उखाड़े ऐसी शिक्षा व्यवस्था को....

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